नई दिल्ली। भारत सरकार लगातार अपराधियों और बदमाशों के खिलाफ शिंकजा कस रही है. लेकिन कई बार अपराधी घटना को अंजाम देकर विदेश भाग जाते हैं, ऐसी स्थिति में राज्य पुलिस को उनकी जानकारी पता करने में लंबा समय लगता है. क्योंकि इन कामों में पेपरवर्क लंबा हो जाता है. लेकिन अब भारत सरकार ने अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई को तेज करने के लिए भारतपोल की शुरूआत की है. आज हम आपको बताएंगे कि भारतपोल कैसे काम करता है.
देश में सभी सुरक्षा एजेंसी लगातार अपराधियों पर नजर रखते हैं. लेकिन कई बार अपराधी घटना को अंजाम देने के बाद राज्य बदल लेते हैं, कई बार अपराधी देश भी छोड़ देते हैं. ऐसी स्थिति में सुरक्षा एजेंसियों को उनकी जानकारी इकठ्ठा करने या दूसरे देश से इंटरपोल की मदद मांगने के लिए लंबा पेपरवर्क से गुजरना पड़ता है. इतने देर में अपराधी फिर कहीं और निकल जाता है.

भारत में अब अंतरराष्ट्रीय अपराधियों के नेटवर्क को पकड़ने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने लिए गृह मंत्रालय भारतपोल पोर्टल शुरू करने जा रहा है. गृहमंत्री अमित शाह आज यानी 7 जनवरी को इस पोर्टल का शुभारंभ करेंगे. वहीं ये पोर्टल सीबीआई के अंदर में कार्य करेगा. भारतपोल के आने से अपराधियों के खिलाफ शिकंजा तेज कसेगा और सुरक्षाबलों को इससे बहुत मदद मिलेगी.
बता दें कि भारतपोल का मकसद अपराधियों के खिलाफ शिकंजा कसना है. सीबीआई द्वारा तैयार किया गया यह एक एडवांस्ड ऑनलाइन पोर्टल है. इस पोर्टल के जरिए देश के सभी सुरक्षा एजेंसियों को अपराध के खिलाफ कार्रवाई करने में बहुत मदद मिलेगी. इतना ही नहीं भारतपोल के जरिए रेड नोटिस, डिफ्यूजन नोटिस और अन्य जरूरी इंटरपोल नोटिस जारी करने की प्रक्रिया में तेजी आएगी. इसके अलावा राज्य पुलिस सीबीआई से जो भी जानकारी मांगती है, उसका स्टेटस भी यहां से पता चल सकेगा.
जब कोई अपराधी विदेश में जाकर छिप जाता है, उस स्थिति में उसकी जानकारी पाने के लिए पुलिस को इंटरपोल की मदद लेनी होती है. लेकिन किसी भी राज्य की पुलिस इंटरपोल से सीधे मदद नहीं ले सकती है. इसके लिए पुलिस विभाग को सीबीआई को मामले की जानकारी देकर अपील करनी होती है. जिसके बाद सीबीआई फिर मामले को अपने मुताबिक देखते हुए इसकी रिपोर्ट भेजता है. इस पूरे प्रोसेस में बहुत समय लगता है और लंबी कागजी कार्रवाई करनी पड़ती है. यही कारण है कि अब भारतपोल आने से सभी सुरक्षाएजेंसियों को इससे मदद मिलेगी.