नई दिल्ली। मंगलवार को संसद के उच्च सदन में संविधान पर चर्चा के दौरान भारी हंगामा देखने को मिला। इस दौरान विपक्षी सांसदों ने सरकार पर कई आरोप लगाए। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्यसभा में संविधान पर चर्चा का जवाब दे रहे हैं। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि ये हम सभी के लिए संकल्प लेने का समय। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हमारा लोकतंत्र पाताल से भी गहरा है।
अमित शाह ने कहा कि दुनिया सबसे ज्यादा विस्तृत और लिखित संविधान है। दो साल 18 महीने तक विस्तृत चर्चा हुई। शायद ही दुनिया का कोई संविधान होगा जो देश की जनता को कमेंट के लिए दिया गया।
अमित शाह ने कहा कि संसद के दोनों सदनों में हुई बहस देश के युवाओं के लिए शिक्षाप्रद होगी। इससे देश के लोगों को यह समझने में भी मदद मिलेगी कि किस पार्टी ने संविधान का सम्मान किया है और किसने नहीं। मैं सरदार पटेल को धन्यवाद देता हूं क्योंकि उनके संघर्ष के कारण ही देश दुनिया के सामने मजबूती से खड़ा है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “हमारे देश की जनता और हमारे संविधान ने उन लोगों को करारा जवाब दिया है जो कहते थे कि हम कभी आर्थिक रूप से स्वतंत्र नहीं हो पाएंगे। आज हम 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं, हमने ब्रिटेन को पीछे छोड़ दिया है।”
उन्होंने कहा कि आज हम जिस मुकाम पर खड़े हैं, उस मुकाम पर महर्षि अरविंद और स्वामी विवेकानंद की वो भविष्यवाणी सच होती दिखाई पड़ती है कि भारत माता अपनी देदीप्यमान ओजस्वी स्वरूप में जब खड़ी होंगी, तब दुनिया की आंखें चकाचौंध हो जाएगी और पूरी दुनिया रोशनी के साथ भारत की ओर देखेगी।